सुहास भगत का हटना तय,उत्तराधिकारी डागा होंगे या महाजन!
-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि सभा की बंगलुरू बैठक में होगा फैसला
- मध्यक्षेत्र के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल डागा और चित्रकूट प्रकल्प के संगठन मंत्री अभय महाजन के नाम अव्वल
- अरूण कुमार,अरूण जैन और दीपक विस्पुते की तिकड़ी समिधा की सिफारिश भेजीं
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत का हटना लगभग तय माना जा रहा है। संकेत है कि संघ नेतृत्व बंगलुरू में 12 से 17 मार्च तक होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में श्री भगत के उत्तराधिकारी के नाम पर मोहर लगाएगा। संघ द्वारा नाम फायनल होते ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष मप्र के नए संगठन महामंत्री की घोषणा करेंगे। सूत्रों के अनुसार श्री भगत के उत्तराधिकारी के तौर पर जिन प्रचारकों के नाम शीर्ष पर हैं,उनमें मध्यक्षेत्र के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल डागा और चित्रकूट ग्रामोदय प्रकल्प के संगठन मंत्री अभय महाजन के नाम प्रमुख हैं। पंद्रह वर्ष पूर्व अनिल डागा संघ इंदौर विभाग के विभाग प्रचारक भी रह चुके हैं। जबकि अभय महाजन भारत रत्न नानाजी देशमुख द्वारा तराशे गए कार्यकर्ता हैं। दोनों ही मध्यक्षेत्र इकाई के पूर्व क्षेत्र प्रचारक और संप्रति अखिल भारतीय सहप्रचारक प्रमुख अरूण जैन के नजदीकी माने जाते हैं। सूत्रों के अनुसार सुहास भगत के उत्तराधिकारी के बारे अंतिम निर्णय समिधा के कर्णधार यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अभा प्रचार प्रमुख अरूण कुमार,सह प्रचारक प्रमुख अरूण जैन और मध्यक्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते की तिकड़ी लेगी। परंपरा अनुसार सरकार्यवाह मुख्यालय से भाजपा आलाकमान को जो सिफारिश भेजी जाएगी उसी नाम का ऐलान भाजपा नेतृत्व द्वारा किया जाएगा। श्री डागा और श्री महाजन के अलावा भी कोई नया चौंकाने वाला नाम सामने आ सकता है।
संघ में भेजे जाएंगे सुहास भगत
सुहास भगत चार वर्ष पूर्व तक संघ के मध्यभारत प्रांत के प्रांत प्रचारक रहे हैं। उन्हें नई जिम्मेदारी दी जाएगी। श्री भगत मूलत:इंदौर के हैं। वे बीई पास आऊट हैं। राम मंदिर आंदोलन के समय सुहास भगत संघ के संपर्क आए और राष्ट्र सेवा के लिए अपने पूरे जीवन का व्रत धारण करते हुए प्रचारक निकल गए। संघ में भोपाल जिला प्रचारक से जिम्मेदारी वहन करते हुए उन्होंनेभोपाल विभाग प्रचारक फिर विदिशा और राजगढ़ विभाग प्रचारक के साथ प्रांत बौद्धिक प्रमुख रहे। इसके बाद वे सीधे सह प्रांत प्रचारक तथा प्रांत प्रचारक हुए। सुहास भगत की खास बात यह रही है कि वे संघ कार्य को खंड स्तर यानि प्रांत में ग्राम-ग्राम तक ले गए। इनके समय मध्य भारत में तेजी से शाखाओं का विस्तार हुआ जो 15 सौ से ऊपर पहुंच गई। सनद रहे छह माह पूर्व संघ ने इसी तरह राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को भाजपा से संघ में भेजा था और उनके स्थान पर बीएल संतोष को नया राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनाया था।
नई जमावट चाहता है संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मध्यक्षेत्र इकाई का मुख्यालय समिधा मप्र और छत्तीसगढ़ में नई जमावट चाहता है। आसन्न चुनौतियों को देखते हुए संघ अब आक्रामक और तेज तरार्र नेताओं को तरजीह दे रहा है। सुहास भगत की कार्यशैली ढीली और आराम तलबी की रही। वे चुनावी प्रबंधन में भी कमजोर साबित हुए। संघ में वे जितने सफल प्रचारक थे,भाजपा में उनका प्रदर्शन उतना ही कमजोर साबित हुआ।
जैन के खास है डागा और महाजन
भौतिक शास्त्र में गोल्ड मैडल के साथ एमएससी करने वाले अनिल डागा मूलत:ग्वालियर के हैं। वे देवास में जिला प्रचारक और इंदौर विभाग प्रचारक रहने के अलावा लंबे समय से क्षेत्र संपर्क प्रमुख का दायित्व देख रहे हैं। जबकि अभय महाजन को भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बनाए जाने की चर्चा चार वर्ष पूर्व भी थी,लेकिन तब सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी ने श्री महाजन की बजाय श्री भगत को तवज्जो दी थी। तब भी तत्कालीन क्षेत्र प्रचारक अरूण जैन ने अभय महाजन का नाम सुहास भगत के साथ पैनल में संघ नेतृत्व को भेजा था।