नर्मदा नदी के वर्षों पुराने वैभव को वापस उसी स्थिति में लाने के लिए प्रयासरत स्वेच्छिक संगठन के सदस्यों से लेकर संभाग आयुक्त तक सभी ने नर्मदा नदी के तट के क्षेत्र में होशंगाबाद जिले केे 120 किमी तटक्षेत्र रिपेरियन जोन में सिवनीमालवा के ग्राम पापन से लेकर बनखेड़ी तहसील के उमरधा तक एक साथ सभी के सहयोग से बीजारोपण किया।
खर्रा घाट पर जिले के न्यायधीश परिवार सहित बीजारोपण करने पहुंचे कलेक्टर शैलेंद्र सिंह और कमिश्नर रविंद्र मिश्रा के साथ ही पूर्व कमिश्नर उमाकांत उमराव ने भी भोपाल से आकर नर्मदा किनारे बीजारोपण किया
खर्रा घाट पर नगर पालिका अध्यक्ष न्यायधीश और सामाजिक कार्यकर्ता पौधरोपण की जगह बीजा रोपण करते हुए
नर्मदा किनारे की ग्राम पंचायतों ने शासकीय भूमियों पर जन भागीदारी के सहयोग से तारफेंसिंग कार्य कराया गया। उक्त भूमि पर ही बीजारोपण का कार्यक्रम हुआ। जिसमें बीजारोपण कार्यक्रम में कमिश्नर ने नर्मदा तट पर बीजारोपण किया। ग्रामीणों से संवाद कार्यक्रम में उमराव ने ग्रामीणों से नर्मदा के तट क्षेत्र को जीवित रखने एवं उस तटीय क्षेत्र में अधिक पौधरोपण का संकल्प दिलाया। बीजारोपण में 108 प्रजाति के बीजों को रोपित किया।
उन्होंने कहा नर्मदा तट क्षेत्र में वर्षों पुराना औषधीय तट वापस हमे उसी वैभव में प्राप्त हो सके बीजारोपण से नर्मदा के तट क्षेत्र में वनस्पति पेड़ पौधे और अनेक किस्म की छोटी छोटी झाडिय़ां मिट्टी कटाव एवं जल संरक्षण में सहायक साबित होगी साथ ही जल में जैव विविधता और औषधीय तत्वों को संचारित करेगी जिससे नर्मदा नदी में जल की मात्रा में वृद्धि होगी ।
साथ ही अधिक पेड़ पौधों के कारण वारिश भी सहायक बनेगी । उक्त उद्बोधन के बाद आयुक्त ने रिपेरियन जोन के खंडों में जाकर प्रस्फुटन सदस्य ,नर्मदा सेवा संगठन ,स्कूली बच्चों ,आंगनवाड़ी कार्यकताएं ,पंचायत सचिव,कर्मचारियों ,ग्रामीणों के साथ बीजारोपण का कार्य 5 एकड़ क्षेत्र में किया। जिसमें विगत वर्ष बीजारोपण के पौधों का भी निरीक्षण किया। स्कूली बच्चों एवं युवाओं से वनस्पति संरक्षण एवं पौधरोपण पर गहन चर्चा की वही नर्मदा सेवा यात्रा में रोपित पौधों का निरीक्षण किया जिसमें पूरे 145 पौधे जीवित देख पौधरक्षको को साधुवाद दिया।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी ,तहसीलदार ,जन अभियान परिषद जिला समन्वयक, ब्लाक समन्वयक ,सभी शासकीय अधिकारी कर्मचारी ,जन अभियान ,प्रस्फुटन ,बीएसडब्ल्यू छात्र, नर्मदा सेवा संगठन ,आंगनवाड़ी, पंचायत एवं जिले के सभी ग्राम के ग्रामीण जन उपस्थित थे