—————————————-
नई दिल्ली. मप्र के सियासी घमासान में कमलनाथ सरकार का जाना लगभग तय है. वहीं सियासी गलियारे में सम्भावित मुख्यमंत्री के लिए गोलबंदी शुरू हो गयी है. इस रेस में सबसे आगे शिवराज सिंह चौहान का नाम है लेकिन एक साल पहले ही चौहान के नेतृत्व में भाजपा ने मुँह की खाई थी उसके पहले और बाद मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की माँग तेज रही है. ऐसे में आलाकमान का शिवराज के नाम पर सहमत होना बहुत मुश्किल है. संघ और भाजपा कोई सर्वमान्य चेहरा तलाश रहा है जिसमें नरेन्द्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय के नाम प्रमुख हैं वहीं वरिष्ठ आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इन तीनो को संघ का विश्वसनीय माना जाता है साथ ही पार्टी में भी प्रदेश भर में इन तीनो का व्यापक जनाधार और स्वीकार्यता है. हालिया उठापटक से चर्चा में आए नरोत्तम मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के नाम भी चर्चा में हैं लेकिन वीडी शर्मा के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री ब्राह्मण वर्ग से नही बनाया जाएगा ऐसे में तोमर विजयवर्गीय और कुलस्ते में से किसी एक को कमान मिल सकती है. बुंदेलखंड से प्रह्लाद पटेल और उमा भारती के पक्ष में भी कुछ नेता लाबिंग कर रहे हैं. अब देखना है कि भाजपा हाईकमान मप्र की चुनौती के लिए किसको उपयुक्त समझता है.
Narmada Manav